खूजा । कोरोना संक्रमण के कारण कई लोगों को अपनी रोजी रोटी चलाना मुश्किल हो रहा है। यही हाल इन दिनों प्रजापति समाज का भी है। गर्मियों के जिस मौसम में मटके आदि बनाने का काम करने वाले इस समाज को अच्छी खासी कमाई हो जाती थी। वही अब अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम कर पाने में परेशान हो रहे है। कुंभकारी का काम करने वाले गर्मी के मौसम को अपना सीजन मानते थे। लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन लग जाने के बाद मिट्टी के बर्तन मटके आदि की बिक्री बिल्कुल ठप्प हो गई। दिन रात मेहनत कर गर्मी के सीजन के लिए तैयार किए गए मटके, सुराही आदि सभी उनके घरों में भरे पड़े हैं। मटकों की बिक्री न हो पाने से यह वर्ग आर्थिक तंगी में आ गया है। ग्राम सालोन बी के गुमान प्रजापति ने बताया कि लॉकडाउन के चलते उनके मिट्टी के बर्तन मटके आदि नही़ं बिक पा रहे हैं। जबकि उन्होंने होली तक तीन महीने बिकने वाले मिट्टी के बर्तन बनाकर तैयार कर लिए थे। इस सीजन में उनके 40 हजार रुपये के बर्तन बिक जाते थे। इसमें उन्हें अच्छा खासा मुनाफा भी होता था। अब हालत यह हो गई है, कि न कोई खरीददार मिल रहा है और ना ही हम दुकान लगाकर लॉकडाउन में बेच पा रहे हैं। घर खर्च के लिए भी पैसा नहीं है। उनका दस सदस्यीय परिवार की रोजी रोटी इसी धंधे से चलती थी जो बंद है।
मिट्टी के बर्तनों की बिक्री ठप्प हो जाने से कुंभकार परेशान
• RAJKUMAR SHAH