पटना. क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक के बाद बुधवार को डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि तब्लीगी मरकज से आए लोगों की पहचान के लिए एटीएस को लगाया गया है। तब्लीगी मरकज से आए 86 लोग बिहार के हैं। लेकिन अब तक मिली जानकारी के अनुसार इनमें से कुछ लोग अभी राज्य के बाहर ही हैं। दूसरे प्रदेशों की पुलिस से संपर्क करके इन लोगों की पहचान करने की कोशिश हो रही है। मरकज से 57 विदेशी भी बिहार में आए थे, इनकी तलाश की जा रही है। हम सबकी जांच करा रहे हैं।
डीजीपी ने कहा कि दिल्ली के निजामुद्दीन में कोरोनावायरस का केंद्र बने मरकज में बिहार के 86 लोग शामिल थे। इनमें से 37 लोगों की ट्रैकिंग हो गई है। इसमें 17 पटना में, 13 बक्सर में और 7 कटिहार में मिले। बाकी 49 लोगों की तलाश के लिए बिहार एटीएस की टीम को लगाया गया है। बिहारियों के अलावा 57 विदेशियों को पुलिस अभी खोज रही है। बहुत सारे लोग ऐसे भी हैं जो बिहार पहुंचे ही नहीं हैं। ऐसे कई लोग इस जमात में शामिल हैं जिन्हें बिहार के बाहर भी कई जगहों पर क्वारेंटाइन किया गया है। मलेशिया से सात लोगों का जत्था मुंबई आया था, जिन्हें अभी लखनऊ में क्वारेंटाइन किया गया है।
मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा कि तब्लीगी मरकज से आए संदिग्धों की तलाश के लिए एटीएस को लगाया गया है। बिहार पुलिस भी इस जांच में सहयोग कर रही है। हमारे पास 162 लोगों की लिस्ट है। इसमें 57 इंटरनेशनल ट्रेवलर हैं। कुछ लोग बिहार में हैं और कुछ लोग बिहार से बाहर जा चुके हैं। सबको ट्रेस किया जा रहा है। विदेश से आने वाले लोगों की संख्या लगभग 4000 है, जिनकी जांच जारी है।